हमने आपके लिए इस्लामिक कोट्स Heart touching islamic quotes पूरे दिल से लिखे हैं, जो आपके ईमान को मज़बूत करेंगे और आपके दिल को सुकून देंगे।यहां आपको हर तरह के इस्लामिक कोट्स एक ही जगह पर मिलेंगे — जैसे islamic quotes,Heart touching islamic quotes,inspirational heart touching islamic quotes,Best Heart touching islamic quotes,Best heart touching islamic quotes in hindi for instagram,emotional islamic quotes in hindi,islamic quotes from quran,allah islamic quotesऔर कई और खास कैटेगरीज।हर एक कोट को बहुत सोच-समझकर और एहसास के साथ लिखा गया है ताकि जब आप इन्हें पढ़ें, तो आपका दिल अल्लाह की याद से भर जाए।हमारी कोशिश है कि ये लफ़्ज़ आपके दिल को छू जाएं, आपको उम्मीद दें, और आपके ईमान को और भी मजबूत बनाएं।हमें यक़ीन है कि जब आप इन कोट्स को पढ़ेंगे, तो आपके दिल में ईमान की रौशनी, सब्र की ताक़त, और अल्लाह पर भरोसा और गहरा हो जाएगा।
Heart touching islamic quotes
जो लोग दूसरों के लिए भलाई करते हैं, अल्लाह उनके लिए भलाई करता है।
जो लोग दूसरों की मदद करते हैं,
उन्हें न केवल लोगों की दुआएँ मिलती हैं
बल्कि अल्लाह की रहमत भी उन पर बरसती है।
दूसरों के साथ अच्छा व्यवहार करना खुदा की राह में चलने के समान है।
जो दूसरों की भलाई चाहता है,
अल्लाह उसके लिए रहमतों के दरवाज़े खोल देता है।
भलाई करने वाला इंसान कभी अकेला नहीं रहता,
क्योंकि अल्लाह उसकी मदद के लिए हमेशा किसी न किसी को भेज देता है।
कभी किसी के बारे में बुरा सोचने से पहले,
खुद को याद दिला —
अल्लाह भी तुझे देख रहा है।
तेरा हर इरादा, हर सोच, उसके सामने है
अल्लाह को वो बंदा सबसे ज़्यादा पसंद है
जो उसके बंदों के लिए फ़ायदेमंद हो।
जब तू किसी की मदद करता है,
तो अल्लाह तेरे लिए रहमत के दरवाज़े खोल देता है।
दूसरों के लिए आसानी पैदा करना,
असल में अपने लिए जन्नत का रास्ता बनाना है।
लोग भूल जाते हैं, लेकिन अल्लाह नहीं भूलता।
तू किसी के साथ अच्छा करेगा तो उसकी बर्कत ज़रूर लौटेगी
कभी दुआ बनकर, कभी सुकून बनकर।
अल्लाह हर नेक नीयत को जानता है, और उसका इनाम बेपनाह देता है।
अल्लाह की मख़लूक़ से मोहब्बत ही असली इबादत है
इबादत सिर्फ़ नमाज़ या रोज़ा नहीं,
बल्कि किसी का दर्द समझना भी इबादत है।
जब तू किसी की तकलीफ़ कम करता है,
अल्लाह तेरी ज़िंदगी की मुश्किलें आसान कर देता है।
कभी किसी भूखे को खाना खिला दे,
किसी उदास को मुस्कुरा दे — ये छोटे काम नहीं,
बल्कि अल्लाह की नज़रों में बहुत बड़े अमल हैं।
तू किसी के लिए रोशनी बनेगा, तो अल्लाह तेरे लिए नूर भेजेगा।
जब तू दूसरों के लिए अच्छा सोचता है,
तेरे दिल को सुकून मिलता है।
ये सुकून अल्लाह की तरफ़ से होता है —
जैसे वो तुझे कह रहा हो, “तू सही रास्ते पर है।
दुआ वह ताकत है जो नामुमकिन को भी मुमकिन बना सकती है।
जब भी आपको लगे कि कोई रास्ता नहीं बचा है,
आपकी सच्ची दुआ हर मुश्किल को आसान कर सकती है।
उस वक्त अल्लाह से सच्चे दिल से दुआ करें,
क्योंकि उसकी रहमत से बड़ी कोई चीज नहीं है।
तेरा रब तुझे कभी नहीं भूला,
तू ही है जो उसे याद करना भूल गया।
वो अब भी तेरा इंतज़ार कर रहा है —
तेरी तौबा, तेरे आँसुओं और तेरे लौट आने का
लोग कहते हैं —
“क्या मिला सजदा करके?”
मैं कहता हूँ —
“सुकून, जो दुनिया के किसी कोने में नहीं मिलता।”
जब सब लोग तुझे छोड़ दें, और तू अकेला महसूस करे —
तब याद रखना, अल्लाह तुझे कभी अकेला नहीं छोड़ता।
वो तेरे हर आँसू को देखता है, तेरे हर ख़ामोश ग़म को सुनता है,
और तेरे टूटे दिल को सबसे पहले वही जोड़ता है।
दुआ वो दरवाज़ा है जो हमेशा खुला रहता है,
बस दस्तक दिल से देनी होती है।"
अल्लाह कभी खाली हाथ लौटाता नहीं,
बस इंतज़ार सही वक़्त का होता है।"
जब ज़िंदगी में हर रास्ता बंद लगे,
तो सजदे में गिरकर दुआ कर —
अल्लाह वही दरवाज़ा खोल देता है
जिसका तूने सोचा भी नहीं होता।
दुआ में वो ताक़त है जो किस्मत भी बदल दे,
अगर दिल से मांगी जाए।
जो दिल से रोकर दुआ मांगता है,
अल्लाह उसके आँसुओं को भी जवाब बनाता है।
अल्लाह कभी किसी इंसान को उसकी हैसियत से ज़्यादा नहीं आज़माता।
कभी भी परेशानियों से हार मत मानें,
क्योंकि हर मुश्किल सिर्फ आपकी
सहनशक्ति और हिम्मत को बढ़ाने के लिए होती है।
अल्लाह जानता है कि आप उससे ज्यादा संभाल सकते हैं।
जब तू सब्र करता है,
तो अल्लाह तुझ पर रहमत की बारिश करता है।
हर तकलीफ़ एक इम्तिहान है,
और हर सब्र एक इनाम है।
जब तेरा दिल टूटे,
तो समझ लेना —
अल्लाह चाहता है कि अब तू उसी से जुड़े।
क्योंकि टूटे हुए दिल से निकली दुआ,
सीधे अर्श तक जाती है
दुनिया तुझे रुला सकती है, लेकिन अल्लाह तुझे मुस्कुराने की वजह देगा।
हो सकता है आज तेरे हालात मुश्किल हों,
मगर यक़ीन रख — वो रब सब कुछ देख रहा है और सही वक़्त पर सब ठीक कर देगा।
ज़िन्दगी में जब दर्द, मुश्किलें और इम्तेहान बढ़ जाते हैं,
तो इंसान सोचता है कि अब शायद ये सब मुझसे नहीं होगा।
पर यक़ीन जानिए, अल्लाह तेरी हालत भी जानता है और तेरी हिम्मत भी।
वो तुझे कभी तेरी ताक़त से ज़्यादा नहीं आज़माता,
क्योंकि वो तेरे दिल की गहराई तक झाँकता है —
जहाँ तू खुद को कमज़ोर समझता है, वहीं अल्लाह तेरी असली मजबूती देखता है।
इसलिए जब ज़िन्दगी तुझे तोड़ने लगे,
तो यक़ीन रख — ये तेरा अज़माइश का वक़्त है, सज़ा का नहीं।
अल्लाह तुझे गिराने के लिए नहीं, बल्कि उठाने के लिए आज़माता है।
वो चाहता है कि तू सब्र से, भरोसे से और दुआओं से और मज़बूत बने।
हर आँसू जो तू सब्र में बहाता है,
वो अल्लाह के दरबार में दर्ज होता है।
हर वो रात जिसमें तू सजदे में गिरकर कहता है “या अल्लाह, मुझसे हो नहीं रहा…”,
अल्लाह उसी वक़्त तेरे लिए रहमत का रास्ता तैयार कर देता है।
जब अल्लाह आपके साथ है, तो आपको किसी और की परवाह करने की ज़रूरत नहीं।
इस बात को हमेशा याद रखें कि अगर
अल्लाह आपकी तरफ है
तो दुनिया की कोई ताकत आपको हरा नहीं सकती।
बस उसके आदेशों का पालन करें और उसका साथ मांगते रहें।
अल्लाह वो नहीं देता जो तू चाहता है,
वो देता है जो तेरे लिए बेहतर होता है।
और यक़ीन मान,
वो हमेशा बेहतर ही होता है।
कभी अपनी ज़िंदगी की मुश्किलों से डर मत,
क्योंकि तेरी हर मुश्किल में अल्लाह का इम्तेहान छिपा है।
वो देखना चाहता है कि तू गिला करता है या शुक्र अदा करता है।
जो शुक्र अदा करता है, उसे अल्लाह और ज़्यादा अता करता है।
तुम ज़मीन वालों पर रहम करो, आसमान वाला तुम पर रहम करेगा।
दया और करुणा इस्लाम की बुनियादी शिक्षा है।
अगर हम अपने आसपास के लोगों के साथ अच्छा व्यवहार करेंगे,
उनकी मदद करेंगे और उन पर रहम करेंगे,
तो अल्लाह भी हम पर रहम करेगा और हमें अपनी रहमत से नवाजेगा।
हर दर्द के पीछे एक सबक़ होता है,
हर आँसू के पीछे एक रहमत।
बस सब्र रख —
क्योंकि तेरे रब की योजना हमेशा परफ़ेक्ट होती है।
जब इंसान रहम करना सीख जाता है,
तो उसके अंदर अल्लाह की नूर उतरती है।
रहम किसी को छोटा नहीं करता,
बल्कि उस इंसान को बड़ा बना देता है
जिसके दिल में दूसरों के लिए जगह होती है।
रहम करना सिर्फ एक एहसान नहीं,
ये तो इबादत का हिस्सा है।
अल्लाह उसी को पसंद करता है
जिसके दिल में रहम और माफी दोनों बसते हैं,
क्योंकि रहम दिलों को जोड़ता है और रूह को सुकून देता है।
अल्लाह की रहमत का दरवाज़ा कभी बंद नहीं होता,
बस हमें रहम की राह पर चलनाp रहमा है।
जब तू दूसरों के दर्द को महसूस करता है,
तब तेरे लिए भी रहमत के दरवाज़े खुलते हैं।
जिस दिल में रहम होता है,
वह अल्लाह के सबसे करीब होता है।
रहमदिल इंसान का हर काम नेकी बन जाता है,
क्योंकि वो हर चीज़ में अल्लाह की बनाई हुई मख़लूक़ को पहचानता है।
अल्लाह के ज़िक्र से दिलों को सुकून मिलता है।
जीवन की परेशानियाँ और तनाव हमें विचलित कर सकते हैं,
लेकिन जब हम अल्लाह को याद करते हैं,
उसकी इबादत करते हैं, तो हमारे दिल को सुकून और राहत मिलती है।
यह दुनिया की सबसे बड़ी सच्चाई है।
जो दिलों में अल्लाह का डर रखते हैं,
उनके चेहरे पर नूर और ज़ुबान पर सुकून होता है।
क्योंकि अल्लाह का डर इंसान को गुनाहों से दूर और रहमतों के करीब कर देता है।
वही लोग हैं जो दुनिया में भी चैन पाते हैं और आख़िरत में भी नूर के साथ उठते हैं।
तेरे दिल का सुकून किसी इंसान में नहीं,
तेरे सुकून की चाबी सिर्फ़ अल्लाह के ज़िक्र में है।
जब तू "अल्लाह" कहता है, तो तेरे दिल से बोझ उतर जाता है —
क्योंकि वो नाम ही इतनी रहमतों से भरा है कि ग़म टिक नहीं सकता।
अल्लाह की याद में दिल को सुकून मिलता है।
हर मुसिबत में उसे याद करो,
वह सब परेशानियों को आसान कर देगा।
उसके भरोसे ही जिंदगी की राहें आसान होती हैं
और हर मुश्किल हल हो जाती है।
जो इंसान अपने हर काम की शुरुआत अल्लाह के नाम से करता है,
उसकी हर राह में बरकत होती है।
अल्लाह का ज़िक्र उसके दिल को रोशनी और उसकी जिंदगी को सुकून देता है।
हमेशा उसे याद करते रहो।
अल्लाह की रहमत से बड़ा कोई सहारा नहीं।
हर मुश्किल और ग़म में उसे याद करो।
उसकी मदद से इंसान को डर नहीं लगता
और उसका दिल हमेशा खुश और तसल्ली में रहता है।
अल्लाह पर भरोसा रखो।
दिल को सुकून वही देता है
जो हर हाल में अल्लाह को याद करता है।
उसकी याद इंसान को हर गुनाह से बचाती है,
हर दुख आसान करती है और
हर कदम पर उसकी रहमत हमेशा साथ रहते है।
अल्लाह का ज़िक्र करने वाला इंसान कभी अकेला नहीं होता।
उसकी याद हर घड़ी दिल को सुकून और रोशनी देती है।
जब इंसान दुनिया से थक जाता है, तो अल्लाह की रहमत उसे फिर से जीने की वजह देती है।
कभी-कभी ज़िंदगी ऐसे मोड़ पर लाकर खड़ा कर देती है
जहाँ हर उम्मीद धुंधली लगती है, और हर राह बेकार सी महसूस होती है।
मगर जो दिल अल्लाह पर यकीन रखता है,
वो मायूस नहीं होता — क्योंकि उसकी रहमत हर मुश्किल में रास्ता बना ही देती है।
अल्लाह की रहमत कभी थमती नहीं। इंसान ये जानता है
कि उसका रब उससे भी ज़्यादा उस पर मेहरबान है,
जितना वो खुद अपने आप पर हो सकता है।
सब्र करने वाला कभी हारता नहीं,
क्योंकि अल्लाह हर सब्र करने वाले को बेपनाह इनाम देता है।
देर जरूर होती है, मगर इनाम इतना प्यारा होता है
कि सारी तकलीफ़ें भूल जाती हैं।
दुनिया चमकती है लेकिन धोखा देती है,
जबकि दीन सादगी में छिपा है मगर सुकून देता है।
जो इस फ़र्क़ को समझ गया,
उसका दिल कभी मायूस नहीं होता।
जो हर काम की शुरुआत अल्लाह के नाम से करता है,
उसकी जिंदगी में बरकत और दिल में सुकून हमेशा रहता है।
अल्लाह ही हमारा सबसे बड़ा मददगार है।
उसकी याद हर ग़म और तकलीफ को आसान कर देती है।
दिल को सुकून वही मिलता है जो हर हाल में अल्लाह को याद करता है।
उसकी रहमत से हर डर और चिंता दूर हो जाती है।
नमाज़ सिर्फ एक इबादत नहीं, ये दिल का इलाज है, रूह की ताजगी है और अल्लाह से जुड़ने का सबसे प्यारा तरीका है।
जब दिल परेशान हो, जब आंखों में आंसू हों,
जब कोई अपना साथ छोड़ दे –
उस वक़्त सजदे में गिर जाना सबसे सुकून देने वाली चीज़ है।
नमाज़ में जो चैन है, वो पूरी दुनिया में कहीं और नहीं।
नमाज़ वो लम्हा है जब बंदा सबसे कटकर अपने रब से जुड़ जाता है,
जहां अश्क भी इबादत बन जाते हैं और खामोशी भी दुआ बन जाती है।
क्योंकि जो सुकून सजदे में है, वो पूरी दुनिया के तमाम आरामों में नहीं।
जब ज़िंदगी की ठोकरें थका दें,
जब उम्मीद के सारे दरवाज़े बंद लगें,
तो बस सजदे में गिर जाना —
क्योंकि नमाज़ वो जगह है जहाँ आँसू भी इबादत बन जाते हैं,
और हर दर्द रहमत में बदल जाता है।
नमाज़ वो लम्हा है जब तू अपने रब के सबसे करीब होता है,
जहाँ दिल की हर बात बिना ज़ुबान के भी पहुँच जाती है।
हर सजदा गुनाह मिटा देता है, और रूह को नया नूर दे जाता है।
कभी वक्त निकाल कर देखो नमाज़ के लिए,
जैसे अल्लाह ने तुम्हारे लिए वक्त निकाला हर साँस के लिए।
जो नमाज़ में सुकून ढूँढ लेता है, वो दुनिया के शोर से महफूज़ हो जाता है।
सजदे में जो गिरता है, वो कभी गिराया नहीं जाता।
क्योंकि जो अल्लाह के आगे झुकता है,
उसे दुनिया की कोई ताक़त झुका नहीं सकती।
नमाज़ सिर्फ़ फर्ज़ नहीं — ये मोहब्बत का पैग़ाम है।
ये वो पल है जब बंदा अपने मालिक से बात करता है,
और रब बिना कहे हर बात समझ लेता है।
अगर तुम्हारा दिल टूट गया है, तो खुश हो जाओ, क्योंकि अब तुम अल्लाह के सबसे करीब हो।
टूटा हुआ दिल वो जगह है
जहाँ अल्लाह सबसे ज्यादा रहमत बरसाता है।
जब दुनिया की उम्मीदें खत्म हो जाएँ,
तो वही वक़्त होता है जब इंसान रब से सबसे सच्चा रिश्ता बनाता है।
और यकीन मानो, अल्लाह दिलों को जोड़ने में माहिर है।
हर गुनाहगार के लिए दरवाज़ा बंद नहीं होता,
क्योंकि अल्लाह की रहमत, तेरे गुनाहों से बड़ी है।
बस एक सच्ची तौबा — और तू फिर से पाक हो जाता है।
तेरी हर तकलीफ़, तेरे लिए एक इम्तिहान है।
क्योंकि अल्लाह अपने बंदों को कभी बेवजह नहीं आज़माता।
कभी अल्लाह देर करता है,
कभी तेरी दुआ को बदल देता है,
पर वो कभी तेरी दुआ को नज़रअंदाज़ नहीं करता।
हर “ना” में भी उसका कोई भला छिपा होता है।
दुआ माँगने वाला कभी गरीब नहीं होता,
क्योंकि वो अल्लाह से जुड़ा होता है।
जब रब से रिश्ता मज़बूत हो जाए,
तो दुनिया की कोई चीज़ तुझे तोड़ नहीं सकती।
गुनाह ने अगर तुझे गिराया है तो शर्म महसूस कर —
ये अच्छा इशारा है कि तेरा दिल अभी ज़िंदा है।
अगर तुझसे गुनाह हो गया है तो मायूस मत होना,
क्योंकि गुनाह करने वाला जब शर्मिंदा होता है,
तो समझ ले कि उसका दिल अब भी ज़िंदा है।
अल्लाह उस शर्म को देखता है, उस पछतावे को सुनता है,
और वही तेरे लिए रहमत का दरवाज़ा खोल देता है।
गुनाह तुझे कुछ पल की खुशी दे सकते हैं,
मगर बाद में वही तेरा सुकून छीन लेते हैं।
दुनिया की ये खुशी बहुत छोटी है,
पर अल्लाह की माफी —
वो सुकून है जो तेरी रूह को जगा देती है।
अल्लाह का करम इतना बड़ा है कि तेरे पुराने कल को भी नया बना दे।
बस दिल से मनाना सीख — दिल साफ होगा तो राह खुल जाएगी।
जो इंसान अपने गुनाहों से भागता है, वो खुद से भाग रहा होता है।
जानें — रुक कर मुँह मोड़ लेना ही असली बहादुरी है।
दुआ माँगने वाला कभी गरीब नहीं होता,
क्योंकि वो अल्लाह से जुड़ा होता है।
जब रब से रिश्ता मज़बूत हो जाए,
तो दुनिया की कोई चीज़ तुझे तोड़ नहीं सकती।
Best Heart touching islamic quotes
अल्लाह तुम्हारी खामोश दुआओं को भी सुनता है। तुम बस भरोसा बनाए रखो और दिल से पुकारते रहो।
कभी ऐसा महसूस होता है
कि कोई हमारी बात नहीं समझ रहा,
कोई हमारी तकलीफ़ को नहीं जान रहा – मगर याद रखो,
अल्लाह हर उस आह को सुनता है जो दिल से निकलती है।
तुम्हारी आंखों के आँसू अल्लाह के लिए बहुत कीमती हैं।
वह देर करता है, मगर कभी अनसुना नहीं करता।
दुआ कभी बेअसर नहीं जाती,
वो अल्लाह तक पहुँचती है — बस वक्त उसका अपना होता है।
अल्लाह तेरी हर बात सुनता है,
लेकिन जवाब उसी वक़्त देता है जब तेरे लिए सही होता है।
इसलिए सब्र रख और भरोसा मत छोड़।
सजदे में जो सुकून मिलता है, वो दुनिया की किसी दौलत, रिश्ते या कामयाबी में नहीं मिलता।
क्योंकि सजदा वो जगह है
जहाँ तुम पूरी कायनात के मालिक से बातें करते हो।
जब तुम ज़मीन पर सिर रखते हो,
उसी वक़्त अल्लाह तुम्हारे दिल को सुकून से भर देता है।
जब आंखों से आंसू बहते हैं,
तो समझो अल्लाह तुम्हारी बात सुन रहा है।
अगर तेरे दिल में सुकून नहीं,
तो समझ ले तेरी रूह को अल्लाह का ज़िक्र चाहिए।
“अला बि ज़िक्रिल्लाहि ततमइनुल कुलूब”
(निश्चय ही, अल्लाह के ज़िक्र से दिलों को सुकून मिलता है)।
जब इंसान सजदे में गिरता है,
तो वो ज़मीन पर नहीं बल्कि रहमत के आसमान में उठता है।
अल्लाह उसे वहीं से संभालता है जहाँ दुनिया उसे छोड़ देती है।
अगर अल्लाह तुम्हारे साथ है, तो कौन तुम्हारे खिलाफ हो सकता है?
क्योंकि जब रब साथ हो,
तो दुनिया की कोई ताकत तुम्हें गिरा नहीं सकती,
बस उस पर यकीन रखो।
जब तू लोगों से उम्मीद रखना छोड़ देता है,
और सिर्फ़ अल्लाह से उम्मीद रखता है,
तो तेरी ज़िन्दगी आसान होने लगती है।
क्योंकि वो कभी भी तुझे खाली हाथ नहीं लौटाता
अल्लाह की रहमत उस समुंदर की तरह है जिसका किनारा नहीं।
चाहे जितने गुनाह कर लिए हों,
अगर दिल से तौबा कर लो तो वो माफ़ कर देता है — हर बार।
अगर तू अल्लाह के लिए चलता है,
तो रास्ते खुद-ब-खुद आसान हो जाते हैं।
क्योंकि जो काम अल्लाह की रज़ा के लिए किया जाए,
उसमें कभी रुकावट नहीं आती —
बल्कि बरकत ही बरकत होती है।
जब तुम्हें हर रास्ता बंद नज़र आए, जब हर दरवाज़ा बंद लगे, तो याद रखो – एक सजदा सब खोल सकता है।
क्योंकि अल्लाह की रहमत वहां से शुरू होती है
जहां इंसान की सोच और कोशिशें ख़त्म हो जाती हैं।
हर सजदा तेरे गुनाहों को मिटाने का ज़रिया बन सकता है,
अगर तू सच्चे दिल से झुके।
सजदा सिर्फ़ ज़मीन को छूना नहीं,
बल्कि अल्लाह के सामने दिल को झुका देना है।
जो सच्चे सजदे में रो लेता है,
उसके गुनाह हवा में उड़ जाते हैं।
कभी-कभी अल्लाह तुझसे किसी चीज़ को छीन लेता है,
क्योंकि वो जानता है कि वो चीज़ तुझे उससे दूर कर रही थी।
जो खो गया उस पर मत रो,
क्योंकि जो आने वाला है, वो बेहतर है।
अगर कभी अल्लाह तुझसे कुछ छीन ले, तो रो मत – वो तुझे कुछ बड़ा देने की तैयारी कर रहा होता है।
क्योंकि वो तेरे दर्द को देखता है, और उसी दर्द में तेरे लिए सबसे हसीन तोहफ़ा छुपा देता है।
दुनिया के लोग तुझे छोड़ देंगे जब तू उनके काम का नहीं रहेगा,
लेकिन अल्लाह कभी नहीं छोड़ता —
वो तो तब भी साथ होता है जब सब छोड़ जाते हैं।
वो तेरे आँसू देखता है, तेरी दुआ सुनता है,
और तेरे दिल को सुकून देता है जब कोई और नहीं देता।
मेरे टूटे दिल को जोड़ने वाला, मेरी आँखों के आंसुओं को थामने वाला, और मुझे उम्मीद देने वाला सिर्फ़ मेरा रब है।
दिल के टूटने के बाद इंसान कमजोर हो जाता है,
मगर वही पल अल्लाह का सबसे बड़ा करम होता है।
क्योंकि वही तेरे आंसुओं को रहमत में बदल देता है
और तुझे नई उम्मीद बख़्श देता है।
हर दर्द, हर तकलीफ, हर आँसू —
किसी वजह से आता है।
अल्लाह तुझे सज़ा देने के लिए नहीं, बल्कि सिखाने के लिए आज़माता है।
क्योंकि जो तूटकर भी अल्लाह पर भरोसा रखता है,
वो दुनिया में सबसे मज़बूत बन जाता है।
जब सब लोग मुझसे दूर हो जाते हैं, तब भी मुझे गले लगाने वाला और मेरा साथ न छोड़ने वाला सिर्फ़ मेरा रब है।
दुनिया का रिश्ता वक़्त और हालात के साथ बदल जाता है,
मगर अल्लाह का रिश्ता कभी नहीं बदलता।
वो तुझे तन्हा नहीं छोड़ता, चाहे सब लोग तुझसे दूर चले जाएँ।
जब पूरी दुनिया तुझसे मुँह मोड़ ले,
जब तुझे लगे कि अब कोई तेरा नहीं —
तो याद रख, एक अल्लाह है जो तुझे कभी नहीं भूलता।
वो तुझे तेरे गुनाहों के बावजूद रोज़ رزق देता है,
क्योंकि उसका प्यार इंसानों जैसा नहीं होता, बल्कि बेमिसाल होता है।
दुआ कभी ज़ाया नहीं होती, अल्लाह उसे तेरे हक़ में सबसे बेहतर वक़्त पर क़ुबूल करता है।
हो सकता है तुझे लगे कि तेरी दुआ क़ुबूल नहीं हुई,
लेकिन असल में अल्लाह ने तेरे लिए उससे भी बेहतर चीज़ बचा कर रखी है।
दुआ हमेशा तेरे काम आएगी, चाहे आज, चाहे कल।
जब दुनिया तुझे गिरते देखेगी,
वो हँसेगी;
लेकिन जब अल्लाह तुझे उठाएगा,
तो वही दुनिया हैरान रह जाएगी
मेरे छुपे ग़म को जानने वाला, मेरे दर्द को सुकून में बदलने वाला और मुझे हिम्मत देने वाला सिर्फ़ मेरा रब है।
तेरे ग़म को दुनिया नहीं समझेगी,
लेकिन अल्लाह तेरे हर आंसू की कीमत जानता है।
वही तेरे दर्द को ताक़त में और तेरी कमजोरी को हिम्मत में बदल देता है।
रात की तन्हाई में जो आँसू गिरते हैं,
वो बेकार नहीं जाते।
अल्लाह उन्हें सुनता है,
देखता है,
और उसी से तेरा सब्र जन्नत का रास्ता बनता है
जब तू अपने दर्द को किसी से नहीं कह पाता,
तो बस एक बार सजदे में सिर रख दे —
क्योंकि वहाँ तू किसी “इंसान” से नहीं,
अपने ख़ालिक़ से बात करता है ।
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